19 May 2025
यह दावा किया गया है कि चीन ने इस महीने की शुरुआत में भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराने से पहले पाकिस्तान को सैटेलाइट पुनर्स्थापित करने और अपनी वायु रक्षा प्रणाली को फिर से कैलिब्रेट करने में मदद की।
बताया गया है कि दोनों देशों ने मिलकर पाकिस्तान की रडार और वायु रक्षा प्रणाली को फिर से संगठित किया ताकि भारत की सैनिक तैनातियों और हवाई गतिविधियों पर नज़र रखी जा सके। यह जानकारी नई दिल्ली स्थित सेंटर फॉर जॉइंट वारफेयर स्टडीज़ के महानिदेशक अशोक कुमार ने दी।
उन्होंने कहा, “चीन ने उन्हें (पाकिस्तान) अपनी वायु रक्षा रडार प्रणाली को इस तरह पुनः तैनात करने में मदद की ताकि अगर हम (भारत) हवाई मार्ग से कोई कार्रवाई करें तो उन्हें उसकी जानकारी हो सके।”
श्री कुमार, जिनका अनुसंधान संगठन भारतीय रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है, ने कहा कि अप्रैल 22 को भारतीय प्रशासित कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 पर्यटकों की मौत के बाद चीनी सैन्य सलाहकारों ने पाकिस्तान को भारत के ऊपर अपने सैटेलाइट कवरेज को पुनः व्यवस्थित करने में सहायता की।
पाकिस्तान ने इस दौरान एक चीनी निर्मित PL-15 मिसाइल का उपयोग किया, जिसे पहले कभी किसी युद्ध में नहीं इस्तेमाल किया गया था। इसके उपयोग से चीन के प्रतिद्वंद्वियों, खासकर ताइवान में, चिंता उत्पन्न हुई है। हालांकि, चीन की सरकार ने अपनी तकनीक के उपयोग पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
श्री कुमार के अनुसार, पाकिस्तान को चीन की मदद केवल लॉजिस्टिक्स तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि यह हिमालयी क्षेत्र में उसकी रक्षा तकनीकों के रणनीतिक परीक्षण तक फैली हुई थी।